पाकरटांड़ के संत फ्रांसिस चर्च नानेसेरा में अंतिम व्रत धारण समारोही ख्रीस्तयाग का आयोजन किया गया। मुख्य अनुष्ठाता सिमडेगा धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप विन्सेंट बरवा की अगुवाई में विशेष मिस्सा अनुष्ठान कराया गया। मिस्सा अनुष्ठान में सह अनुष्ठाता की भूमिका पल्ली पुरोहित फा जुगल किशोर, सहायक पल्ली पुरोहित फा रोशन ने निभाई। अंतिम मन्नत लेने वाली धर्मबहनों में सिस्टर सुमीरा, सिस्टर मोनोलिता, सिस्टर सिसिलिया, सिस्टर रानी मरिया और सिस्टर रोजलिन शामिल हैं। कार्यक्रम में विधायक भूषण बाड़ा, जिप सदस्य जोसिमा खाखा भी शामिल होकर पांच धर्मबहनों को अंतिम मन्नत ग्रहण करने पर बधाई दी। विधायक ने कहा कि आज के आधुनिक युग में समर्पण का जीवन ब्रह्मचारी जीवन जीना काफी कठिन है। लेकिन ईश्वर आपके साथ है। आप अपने दायित्व पर खरा उतरें।विधायक ने कहा कि धर्म बहनों ने अपने जीवन की खुशियां गरीब एवं असहाय लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया हैं। विधायक ने कहा कि अनेकों कठिनाईयों एवं चुनौतियों का सामना करते हुए धर्म बहनों ने यह मुकाम हासिल किया है। मौके पर कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष अजित लकड़ा, शीतल एक्का, उर्मिला केरकेट्टा सहित काफी संख्या में मसीही धर्मावलम्बी उपस्थित थे।

मानव सेवा के लिए समर्पित होता है धर्मबहनों का जीवन: बिशप
मौके पर बिशप ने अपने संदेश में कहा कि धर्म बहनों का जीवन मानव सेवा के लिए समर्पित होता है। उन्होंने सभी सुख सुविधा त्याग कर मानव सेवा में दिन रात जुटी रहती है। आज ये पांचो धर्म बहनें अपनी अंतिम मन्नत ले रही है। सभी धर्म बहनों को बहुत बहुत बधाई। परमपिता परमेश्वर इन्हें मानव सेवा करने की शक्ति प्रदान करें। बिशप बरवा ने कहा कि धर्म बहनें अपना संपूर्ण जीवन ईश्वर भक्ति व लोगों की जीवन के लिए समर्पित कर दिया है। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों का सामना करते हुए एक अच्छे चरवाहे की भांति धर्म बहनों को कलिसिया समाज के विकास में अपना योगदान करना है। फ्रांसिसकन समाज की हजारों धर्म बहनें ईमानदारी पूर्वक मानव सेवा के कार्य में जुटी हुई हैं।
